Upcoming Batches :
15 to 18 April 2024
4 Days - 4 Sessions
Evening: 8:00pm to 9:15pm
Language: Hindi
Bhishma School of Indian Knowledge System
About the Workshop
उपनिषद हिंदू धर्म के अंतर्गत आने वाले सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण दार्शनिक ग्रंथों में से एक हैं, जो अस्तित्व, आत्मा, और ब्रह्मांड की प्रकृति पर गहराई से चिंतन करते हैं। ये ग्रंथ ब्रह्मन् की अवधारणा को प्रस्तुत करते हैं, जो अंतर्निहित, निराकार सत्य है जो संपूर्ण ब्रह्मांड को आधार प्रदान करता है, और आत्मन को भी, जो कि व्यक्तिगत आत्मा या आंतरिक सार है। "तत् त्वम् असि" (तू वही है) का यह मूल सिद्धांत बताता है कि व्यक्तिगत आत्मा और सार्वभौमिक आत्मा एक ही हैं।
उपनिषद आत्म-खोज और ध्यान को आत्म-साक्षात्कार और ज्ञान की प्राप्ति के मार्ग के रूप में उत्साहित करते हैं, भौतिक जगत के मोह को पार करने और भौतिक अस्तित्व की क्षणिक प्रकृति को समझने की दिशा में। वे नैतिक जीवन, धार्मिक आचरण, और सत्य और ज्ञान की खोज को बढ़ावा देते हैं। कवितामय संवादों और गहन शिक्षाओं के माध्यम से, उपनिषद साधकों को आंतरिक शांति, मुक्ति, और सभी जीवन के अंतर्संबंध की गहरी समझ के मार्ग पर ले जाते हैं।
उपनिषद् ज्ञान की गंगा है जो जीवन समृद्ध करती है।
Your Instructor
Dr. Narendra Joshi
Hindu Studies and Vedic Literature Scholar
Topics covered in the Workshop
उपनिषद परिचय, वेदों में उपनिषदों का स्थान, उपनिषदों का तत्वज्ञान
१० प्रमुख उपनिषद
ब्रह्मांड की उत्पत्ति और सृष्टि निर्मिती का रहस्य और क्रम
जीवन की एकता और ब्रह्मांड के साथ संबंध तथा क्रिया और विराग का संतुलन
आत्मा और विश्वव्यापी चेतना का संबंध
जागृत से लेकर तुरीया तक मन की अवस्थाओं का अन्वेषण
आत्म-साक्षात्कार, सुख और दु:ख की अवधारणा
"सत-चित-आनंद" की अवधारणा
आध्यात्मिक ज्ञान और मुक्ति की दिशा में एक अनुशासित मार्ग के रूप में योग की भूमिका
विज्ञान और आध्यात्मिकता के बीच का संबंध
उपनिषद् के भाष्यकार
What you will benifit from the Workshop
उपनिषदों की प्राथमिक जानकारी
उपनिषदों का महत्व
दैनंदिन जीवन में उप्निषदों की सींख का प्रयोग
उपनिषदों में ब्रह्मांड की प्रकृति, आत्मा का सार, और अंतिम वास्तविकता जैसी मौलिक अवधारणाओं को समझना।
सृष्टि के आरंभ से जुड़ी जिज्ञासा, आत्मन और ब्रह्माण की एकता, और चेतना की विभिन्न अवस्थाओं का महत्व जानना।
कर्म योग, भक्ति योग, और ज्ञान योग के सिद्धांतों को व्यक्तिगत जीवन में लागू करना।
आध्यात्मिक वृद्धि करना
क्रिया, भक्ति, और ज्ञान के महत्व को पहचाना।
आत्म-ज्ञान और साक्षात्कार के माध्यम से सच्चे आनंद की खोजने का प्रयास करना।
खुशी, दुःख, और उपनिषदिक दृष्टिकोण पर चिंतन का महत्व।
मानव अस्तित्व के निहितार्थों को समझना।
विज्ञान और आध्यात्मिकता की अंतर्संबंधितता को पहचानते हुए, ज्ञान और अस्तित्व की एक समग्र दृष्टि को बढ़ावा।
✅ विशेषज्ञ मार्गदर्शक
✅ मार्गदर्शन एवं प्रश्नोत्तरी
✅ सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र
✅ झुम लाइव्ह क्लास + रेकॉर्डिंग्स (Lifetime Access)
Important :
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Registration once made will not be cancelled or refunded for any reason. It can be transferred to another person or workshop.
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Zoom Class Link and Details will shared on WhatsApp and Email 4-6 Hours before the Workshop
Workshop Fee :
Contact for any inquiries -
WhatsApp: 7875191270
(Call) Mo: 7875743405 / 8788243526
Email: namaste@bhishmaiks.org
Office Address:
622, Janaki Raghunath, Pulachi Wadi,Near Z Bridge, Deccan Gymkhana, Pune - 411004 MH, Bharat
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About Bhishma School of Indian Knowledge Systems...
Bhishma School of Indian Knowledge System (BSIKS) is a Pioneer institute in the field of IKS and Hindu Studies. We conduct Online Courses - Certificate Courses, Masters Programs, Webinars, and workshops based on IKS, Hindu studies, Ancient Indian Vedic Wisdom, True Indian History, Art, Culture, Vedic Literature, Science, Technology, and Ancient Civilization.