Upcoming Batches :
9 to 12 April 2024
4 Days - 4 Sessions
Evening: 8:00pm to 9:15pm
Language: Hindi
Bhishma School of Indian Knowledge System
About the Workshop
भगवद गीता एक ऐसा ग्रंथ है जो आध्यात्मिक, नैतिक, और दार्शनिक गहराइयों का परिचय देता है। इसका केंद्रीय संदेश है कि व्यक्ति को अपने कर्तव्य (धर्म) का पालन परिणामों से अनासक्त हो कर करना चाहिए, जिसे कर्म योग के रूप में जाना जाता है। गीता एक ऐसे जीवन की प्रस्तुती करती है जो निस्वार्थ क्रियाओं, अटूट भक्ति, और ज्ञान की खोज पर केंद्रित हो।
गीता सभी जीवन की अखंडता और प्रत्येक जीव में दिव्यता की उपस्थिति को रेखांकित करती है, कर्तव्यनिष्ठा, करुणा और प्रेम के जीवन का समर्थन करती है। भक्ति योग की अवधारणा को प्रस्तुत करते हुए, यह दिव्यता के प्रति समर्पण के मार्ग की ओर ले जाती है, साथ ही ज्ञान योग के माध्यम से ज्ञान और बुद्धिमत्ता की खोज को भी बढ़ावा देती है। गीता ध्यान और आंतरिक शांति के महत्व पर बल देती है, व्यक्तियों को आत्म-साक्षात्कार के मार्ग पर ले जाती है और भौतिक संसार से परे उनके अनंत स्वरूप की समझ की ओर निर्देशित करती है।
इन शिक्षाओं के द्वारा, गीता जीवन की चुनौतियों के समय में आध्यात्मिक अखंडता बनाए रखने के लिए एक मार्गदर्शक प्रदान करती है।
Your Instructor
Dr. Veena Raj
Vedic Literature Expert, Researcher
Topics covered in the Workshop
भगवद्गीता की भूमिका, महाभारत का संक्षिप्त परिचय, महाभारत युद्ध की पार्श्वभूमि
धर्म की शिक्षा, कर्तव्य पालन की शिक्षा, कर्तव्य का महत्व
भगवद्गीता – भक्ति और प्रेम का मार्ग, अत्मिक संतोष, जीवन मुक्ति
ज्ञानमार्ग, सत्य की खोज, व्यक्ति, आत्मा और ब्रह्मांड का संबंध
वैराग्य, अनासक्ति, आंतरिक आध्यात्मिक जागरूकता
आत्मा का स्वरूप, आत्मा और शरीर का संबंध
योग की अवधारणा, आत्मा और परम चेतना की एकरूपता
भौतिक जगत की अस्थायिता
समभाव, जीत-हार में समान भाव रखने की शिक्षा
What you will benifit from the Workshop
भगवद गीता के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भ, भारतीय दर्शन में इसका महत्व।
धर्म की अवधारणा और दैनिक जीवन और आध्यात्मिक अभ्यास में इसका महत्व, व्यक्तिगत और आध्यात्मिक विकास में कर्तव्य की भूमिका पहचानें।
भक्ति और प्रेम के मार्ग का अन्वेषण, जीवन जीते हुए आंतरिक संतोष और मुक्ति प्राप्त करने की अंतर्दृष्टि प्राप्त करें।
ज्ञान के मार्ग का विश्लेषण तथा सत्य की खोज और व्यक्ति, आत्मा और ब्रह्मांड के बीच के संबंध को समझें।
आध्यात्मिक जागृति और जन्म और पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति के साधन के रूप में विराग और अनासक्ति का अभ्यास कैसे करें।
आत्मा की प्रकृति और इसके शरीर के साथ अनंत बंधन को समझें, आत्मा की अमरता की अवधारणा का अन्वेषण।
आध्यात्मिक सामंजस्य के लिए दैनंदिन जीवन में अभ्यास करना।
ऐसा दृष्टिकोण विकसित करें जो भौतिकता को पार कर सके।
विभिन्न परिस्थितियों में एक संतुलित बनाए रखना। जीवन की विजयों और पराजयों का धीरता से सामना करना।
समकालीन जीवन में भगवद गीता की शिक्षाओं को लागू करें, नैतिक जीवन, व्यक्तिगत अखंडता, और ब्रह्मांड में अपने उद्देश्य और स्थान की गहरी समझ को बढ़ावा देना।
✅ विशेषज्ञ मार्गदर्शक
✅ मार्गदर्शन एवं प्रश्नोत्तरी
✅ सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र
✅ झुम लाइव्ह क्लास + रेकॉर्डिंग्स (Lifetime Access)
Important :
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Registration once made will not be cancelled or refunded for any reason. It can be transferred to another person or workshop.
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Click on "Register now" to confirm your registration and pay the workshop fee online.
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Zoom Class Link and Details will shared on WhatsApp and Email 4-6 Hours before the Workshop
Workshop Fee :
Contact for any inquiries -
WhatsApp: 7875191270
(Call) Mo: 7875743405 / 8788243526
Email: namaste@bhishmaiks.org
Office Address:
622, Janaki Raghunath, Pulachi Wadi,Near Z Bridge, Deccan Gymkhana, Pune - 411004 MH, Bharat
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About Bhishma School of Indian Knowledge Systems...
Bhishma School of Indian Knowledge System (BSIKS) is a Pioneer institute in the field of IKS and Hindu Studies. We conduct Online Courses - Certificate Courses, Masters Programs, Webinars, and workshops based on IKS, Hindu studies, Ancient Indian Vedic Wisdom, True Indian History, Art, Culture, Vedic Literature, Science, Technology, and Ancient Civilization.